शुक्रवार, 16 अगस्त 2013

सूक्ष्म की समर्थता

सूक्ष्म की समर्थता 

                                                                   


हम जितना अधिक काम अपनी स्थूल काया से कर सकते हैं ; उससे भी कहीं गुना अधिक सामर्थ्य हमारा सूक्ष्म शरीर दे सकता है। मसल्स पावर का _ शरीर -बल , बाहु-बल का परिचय हम अपनी स्थूल काया से दे सकते हैं। लेकिन ऋद्धि - सिद्धि के भंडार तो तो सूक्ष्म और कारण शरीर में ही सन्निहित हैं। योगी , तपस्वी एवं साधक स्तर के व्यक्ति इन्हें प्रयत्नपूर्वक जाग्रत करके भौतिक सफलताओं एवं आत्मिक विभूतियों से लाभान्वित होते हैं। स्थूल शरीर की अपेक्षा अपने सूक्ष्म शरीर को वे इतना सशक्त और परिष्कृत बना लेते हैं कि वे इच्छानुसार सुदूरवर्ती क्षेत्रों लेकर लोक-लोकान्तरों तक की यात्रा क्षण मात्र में करने में सफल रहते हैं। *****

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