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ज्ञान से बड़ा कोई सुख नहीं
ज्ञान से बड़ा कोई सुख नहीं
नास्ति कामसमो व्याधि : नास्ति मोहसमो रिपु : ।
नास्ति कोपसमो वह्नि : नास्ति ज्ञानात परं सुखं । ।
काम के समान कोई रोग , मोह के समान कोई शत्रु , क्रोध के समान कोई अग्नि और ज्ञान से बढ़कर संसार में कोई सुख नहीं है। *****
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